DEFINITION
परिभाषा
The Court That Hears The Decision In A Matter Of Very
Soon Or In Very Short Time By Hearing The Cases.
वह न्यायालय जो मामलों की सुनवाई करके बहुत जल्द
या बहुत कम समय में निर्णय सुना देता है।
Fast Track Court - These
Additional Sessions Court Have Been Formed To Deal With The Long-Pending
Criminal And Under-Trial Disputes.
These Additional
Sessions Court Have Been Formed To Deal With The Long Pending Crime And Speedy
Trial Of Under-Trial Promises.
The Reason Behind This
Was That The Length Of Dispute Leads To Justice And The Prevention Power Of
Justice Decreases. There Is A Lot Of Pressure In The Jail. On The Advice Of The
10th Finance Commission, The Central Government Has Approved The State
Governments From 1st April 2001 To 1734 Fast Track A Court Ordered To
Constitute The Court Additional Sessions Judge Or A Retired Judge From A Higher
Rank Is The Judge In Such Courts. It Is Not Possible To Delay The Dispute In
Such Courts. Rdharit Would Settle In Smay.
फास्ट ट्रैक कोर्ट
- ये अतिरिक्त सत्र न्यायालय है इनका गठन दीर्घावधि से लंबित अपराध तथा अंडर ट्रायल
वादों के तीव्रता से निपटारे हेतु किया गया है।
ये अतिरिक्त सत्र
न्यायालय है इनका गठन दीर्घावधि से लंबित अपराध तथा अंडर ट्रायल वादों के तीव्रता से
निपटारे हेतु किया गया है।
इसके पीछे कारण यह
था कि वाद लम्बा चलने से न्याय की क्षति होती है तथा न्याय की निरोधक शक्ति कम पड जाती
है जेल में भीड बढ जाती है 10 वे वित्त आयोग की सलाह पर
केद्र सरकार ने राज्य सरकारों को 1 अप्रैल 2001 से 1734 फास्ट ट्रेक कोर्ट गठित करने
का आदेश दिया अतिरिक्त सेशन जज याँ उंचे पद से सेवानिवृत जज इस प्रकार के कोर्टो में
जज होता है इस प्रकार के कोर्टो में वाद लंबित करना संभव नहीं होता हैहर वाद को निर्धारित
स्मय में निपटाना होता है।
The Work Of Fast Track
Courts Is Similar To The Trial Court Or The Sessions Court. They Have Become
Famous For Dealing With Crimes Committed With Women. In The Fast Track Courts,
12 To 15 Cases Are Settled In The First Month. These Courts Were Set Up To Settle
Pending Cases And To Give Quick Punishment To The Accused. The Main Focus Of
Fast Track Courts Is To Settle The Cases Of Violence Against Women And
Children. At Present Around 900 Fast Track Courts Are Working In The Country.
फ़ास्ट ट्रैक अदालतों
की कार्य प्रणाली ट्रायल कोर्ट या सेशन कोर्ट की ही तरह होती है। ये महिलाओं के साथ किये गये अपराधो के निपटारे के
लिए प्रसिद्ध हो गयी है। फास्ट ट्रेक अदालतों में 1 महीने में 12 से 15 मुकदमें निपटाए जाते हैं। लंबित पड़े मामलों को निपटाने के
लिए और आरोपियों को जल्द सजा देने के लिए इन अदालतों की स्थापना की गई थी। फास्ट ट्रेक
अदालतों का मुख्य ध्यान महिलाओं और बच्चों के खिलाफ होने वाली हिंसा के मुकदमों का
निपटारा करना है। इस समय देश में लगभग 900 फ़ास्ट ट्रेक अदालतें काम
कर रही है।
LIST OF CURRENT CHIEF JUSTICES OF THE HIGH COURT (उच्च न्यायालय के वर्तमान मुख्य न्यायधीशों की सूची)
This Post Was Last Modified On 29/May/2019 And 11:40am
No comments:
Post a Comment