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Friday, 8 February 2019

LODI DYNASTY (लोदी वंश)

LODI DYNASTY
लोदी वंश


(1)
BAHLOL LODI
बहलोल लोदी
1451 - 1489
Baholok Lodi Was The Founder Of The Lodi Dynasty And Was The First Afghan Ruler. His Relationship Was With "Shahbur Bale", An Important Branch Of Afghans. In 1451 Ad, Bahalol Shah Sat On The Throne Of Delhi Under The Name Of Ghazi. He Established The First Afghan Empire.
बहलोल लोदी लोदी वंश का संस्थापक था एवं प्रथम अफगान शासक था। उसका सम्बन्ध अफगानों की एक महत्त्वपूर्ण शाखा "शाहूरबेल" से था। 1451 ई. में बहलोल शाह गाजी के नाम से दिल्ली के सिंहासन पर बैठा। उसने प्रथम अफगान साम्राज्य की स्थापना की थी।

(2)
SIKANDAR LODI
सिकंदर लोदी
1489 - 1517
Sikandar Lodi Was The Best Ruler Of The Lodi Dynasty. In 1504 Ad, He Established The City Of 'Agra' To Control The Rulers Of Rajasthan And To Protect Trade Routes. Here He Built A Fort Which Was Known As 'The Fort Of Badalgarh'.
सिकंदर लोदी लोदी वंश का सर्वश्रेष्ठ शासक था। 1504 ई. में उसने राजस्थान के शासकों पर नियन्त्रण रखने तथा व्यापारिक मार्गों की सुरक्षा हेतु आगरा' नगर की स्थापना की थी। यहां पर उसने एक किले का निर्माण कराया था जो बादलगढ़ का किला' के नाम से चर्चित था।
Sikandar Lodhi Became The Capital Of Agra In 1506 Ad.
1506 ई. में आगरा को सिकंदर लोदी ने राजधानी बनाया।
Sikandar Lodi Started The Unit Of 'Gaja Sikandari' Measurement For The Measurement. Sikandar Lodi Used To Write Poetry In Persian With The Nickname 'Gulurukhi'. He Stopped Withdrawing Tajia.
सिकन्दर लोदी ने पैमाइश हेतु गजे सिकन्दरी' माप की इकाई प्रारम्भ की थी। सिकन्दर लोदी गुलरुखी ' के उपनाम से फारसी में कविताएं लिखता था। उसने ताजिया निकालना बंद करवा दिया।
On The Order Of Sikandar Lodi, Translation Of Ayurvedic Texts Of Sanskrit Was Done In Persian After The Name Of 'Fahrhegan Sikandari'. In His Era, The Text Of Singing Was Written In Lajjat-E-Sikandshahi Persian.
सिकंदर लोदी के आदेश पर संस्कृत के आयुर्वेद ग्रंथ का फारसी में अनुवाद फहरंगे सिकंदरी' के नाम से हुआ। उसके काल में गायन विद्या का ग्रंथ लज्जत - ए - सिकंदरशाही फारसी में लिखा गया।

(3)
IBRAHIM LODI
इब्राहिम लोदी
1517 - 1526
Abraham Lodi Adopted The Policy Of Suppressing The Powerful Warriors Of Lohani, Paramuli And Lodi Caste. As A Result, The Path Of The Collapse Of The Lodi Empire - Became Expansive. The Battle Of Ghatoli With Ibrahim Lodi's Rana Sara (Ruler Of Mewar) Was Fought In 1517, In Which Ibrahim Lodi Was Defeated.
इब्राहीम लोदी ने लोहानी, फारमूली, लोदी जाति के शक्तिशाली सरदारों के दमन की नीति अपनायी। फलस्वरूप लोदी साम्राज्य के पतन का पथ - प्रशस्त हो गया। इब्राहीम लोदी का राणा सांगा (मेवाड़ के शासक) के साथ घटोली का युद्ध  1517 ई. हुआ, जिसमें इब्राहीम लोदी की पराजय हुई।
Ibrahim Lodi Was Defeated By Babar In The First Battle Of Panipat In April 1526. Ibrahim Lodhi Veergati Was Received, The Lodi Dynasty Ended. With The Collapse Of The Lodhis, The Delhi Sultanate Also Ended.
अप्रैल 1526 ई. में पानीपत के प्रथम युद्ध में बाबर के हाथों इब्राहीम लोदी की पराजय हुई। इब्राहीम लोदी वीरगति को प्राप्त हुआ, लोदी वंश का अन्त हो गया। लोदियों के पतन के साथ ही दिल्ली सल्तनत का भी अन्त हो गया।

1451 - 1526 (Almost 75 Years 75 वर्ष लगभग)

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2 comments:

Unknown said...

Very nice just some where tense is mistaken, otherwise it is properly comprehended. Thank you brother.

Moin Qureshi said...

Thanks

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