KHILJI
DYNASTY
खिलजी वंश
|
The Founder Of The Khilji Dynasty
Was Jalaluddin Firoz Khilji, Who Was Sitting On The Throne Of Delhi Sultanate
At The Age Of 70. Jalaluddin Had A Liberal View Of The Hindu People, He Made
Kakhri The Capital. Allauddin, The Nephew Of Jalaluddin, Betrayed Him, And
Declared Himself A Sultan.
|
खिलजी वंश का संस्थापक जलालुदद्दीन फ़िरोज खिलजी था जो 70 वर्ष की आयु में दिल्ली सल्तनत के राजसिंहासन
पर बैठा था। जलालुदद्दीन का हिन्दू जनता के प्रति उदार दृष्टिकोण था उसने किलोखरी
को राजधानी बनाया। जलालुदद्दीन के भतीजे अल्लाउद्दीन ने धोखे से उसकी हत्या करवा
दी, और स्वयं को सुल्तान
घोषित कर दिया।
|
(1)
JALALUDDIN FIROZ KHILJI
जलालुदद्दीन फ़िरोज खिलजी
1290 - 1296
|
Alauddin Khilji Started The
Construction Of A Double-Shaped Tower Near Qutub Minar In 1311 AD, But He
Could Not Fulfill It.
|
अलाउद्दीन खिलजी ने 1311 ई. में कुतुबमीनार के निकट उससे दो गुने आकार की एक मीनार बनवाने का कार्य प्रारम्भ
किया था, परन्तु वह उसे पूरा
नहीं कर सका।
|
(2)
ALAUDDIN KHILJI
अलाउद्दीन खिलजी
1296 - 1316
|
Alauddin's Reign Is Also Famous For
The Horrific Attacks Of Mongols.
|
अलाउद्दीन का शासन काल मंगोलों के भयानक आक्रमणों के लिए भी विख्यात है।
|
Alauddin Did Not Make His Son Khizr
Khan As Successor By Appointing His 5-Year-Old Son Shihabuddin Omar As
Successor, After The Death Of Allauddin, Kafoor Made Shihabuddin As Sultan
And Secured All Rights In His Hands For Almost 35 Days After The Conspiracy
Of Killing Kafoor, The Third Son Of Alauddin Qutabuddin Mubarak Khilji Had
Committed The Murder After The Kafoor Murder. He Became The Patron Of The
Sultan And In The Short Time He Shied Away Shihabuddin And Blinded Him.
|
अलाउद्दीन ने अपने पुत्र 'ख़िज़्र ख़ाँ' को उत्तराधिकारी
न बना कर अपने 5-6 वर्षीय पुत्र शिहाबुद्दीन
उमर को उत्तराधिकारी नियुक्त कर दिया अलाउद्दीन की मृत्यु के बाद काफ़ूर ने शिहाबुद्दीन
को सुल्तान बना कर सारा अधिकार अपने हाथों में सुरक्षित कर लिया लगभग 35 दिन के सत्ता उपभोग के बाद काफ़ूर की हत्या अलाउद्दीन
के तीसरे पुत्र कुतुबुद्दीन मुबारक ख़िलजी ने करवा दी काफ़ूर की हत्या के बाद वह
स्वयं सुल्तान का संरक्षक बन गया और कालान्तर में उसने शिहाबुद्दीन को अंधा करवा
कर क़ैद करवा दिया।
|
(3)
SHIHABUDDIN OMAR KHILJI
शिहाबुद्दीन उमर ख़िलजी
1316
|
Qutbuddin Mubarak Khilji, A Low
Caste Muslim, Gave Hassan A Title Of Khusro Khan And Made Him The Prime
Minister Of His Kingdom. A Friend Of Khusro Khan Killed Qutbuddin Mubarak
Khilji In 1320 AD And Khusro Sat Down With The Title Of 'Nasiruddin Khusro
Shah' On The Throne Of Delhi Sultanate.
|
क़ुतुबुद्दीन मुबारक खिलजी ने एक निम्न जाति के मुसलमान बने हसन को 'खुसरो खां' की उपाधि से सम्मानित कर , उसे अपने राज्य का प्रधानमन्त्री बनाया। खुसरो खां के एक मित्र
ने 1320 ई. में क़ुतुबुद्दीन
मुबारक खिलजी की हत्या कर दी और खुसरो दिल्ली सल्तनत के राजसिहासन पर 'नासिरुद्दीन खुसरो शाह' की उपाधि धारण कर बैठ गया।
|
(4)
QUTBUDDIN MUBARAK KHILJI
क़ुतुबुद्दीन मुबारक़ ख़िलजी
1316 - 1320
|
Nasiruddin Khusro Shah Was The First
Indian Muslim Ruler To Sit On The Throne Of Delhi Sultanate, Subedar Ghazi
Malik Of Dipalpur Defeated Khusro In 1320 AD And Killed Him. Subsequently,
Assuming The Title Of 'Ghazi Malik', (Gaisuddin Tughlaq), He Sat On The
Throne Of Delhi Sultanate.
|
नासिरुद्दीन खुसरो शाह दिल्ली सल्तनत के राजसिंहासन पर बैठने वाला प्रथम भारतीय
मुसलमान शासक था दीपालपुर के सूबेदार गाजी मलिक ने 1320 ई. में खुसरो को परास्त कर , उसका कत्ल कर दिया। तत्पश्चात् 'गाजी मलिक', (ग्यासुद्दीन तुगलक) की उपाधि धारण कर दिल्ली सल्तनत के राजसिंहासन
पर आसीन हुआ।
|
(5)
NASIRUDDIN KHUSRO SHAH
नासिरुद्दीन खुसरो शाह
1320
|
1290 - 1320 (Almost 30 Years 30 वर्ष लगभग)
|
➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖
No comments:
Post a Comment