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Monday, 17 June 2019

RAJYA SABHA (राज्य सभा)






RAJYA SABHA
राज्य सभा
Rajya Sabha Is The Upper House Of Representatives Of Indian Democracy.  There Are 245 Members In The Rajya Sabha.  12 Members In Which Are Nominated By The President Of India.  They Are Called 'Nominated Members'.  The Other Members Are Elected.  Members In The Rajya Sabha Are Elected For 6 Years, In Which One-Third Of The Members Are Retired In Every 2 Years.
राज्य सभा भारतीय लोकतंत्र की ऊपरी प्रतिनिधि सभा है। राज्यसभा में 245 सदस्य होते हैं। जिनमे 12 सदस्य भारत के राष्ट्रपति के द्वारा नामांकित होते हैं। इन्हें 'नामित सदस्य' कहा जाता है। अन्य सदस्यों का चुनाव होता है। राज्यसभा में सदस्य 6 साल के लिए चुने जाते हैं, जिनमे एक-तिहाई सदस्य हर 2 साल में सेवा-निवृत होते हैं।
In Any Federal Regime, The Upper Part Of The Federal Legislature Is Made To Protect The State's Interests At The Federal Level Due To Constitutional Obligations.  Because Of This Principle, The Rajya Sabha Has Been Formed.  For This Reason, The Rajya Sabha Is Seen As The Equality Of The Houses, Which Is Formed In The Form Of The Second House Of Parliament.  The Rajya Sabha Has Been Constituted In The Form Of A Review House Which Review The Proposals Passed By The Lok Sabha.  It Can Also Meet The Lack Of Experts In The Council Of Ministers Since At Least 12 Experts Are Nominated In This.  All The Proposers Applying For The Emergency Should Be Approached By The Rajya Sabha As Well As Those Who Approach The President.  From July 2018, Rajya Sabha Mps Can Speak In 22 Indian Languages In The House As The Upper House Has The Facility To Interpret Simultaneously In All 22 Indian Languages.
किसी भी संघीय शासन में संघीय विधायिका का ऊपरी भाग संवैधानिक बाध्यता के चलते राज्य हितों की संघीय स्तर पर रक्षा करने वाला बनाया जाता है। इसी सिद्धांत के चलते राज्य सभा का गठन हुआ है। इसी कारण राज्य सभा को सदनों की समानता के रूप में देखा जाता है जिसका गठन ही संसद के द्वितीय सदन के रूप में हुआ है। राज्यसभा का गठन एक पुनरीक्षण सदन के रूप में हुआ है जो लोकसभा द्वारा पास किये गये प्रस्तावों की पुनरीक्षा करे। यह मंत्रिपरिषद में विशेषज्ञों की कमी भी पूरी कर सकती है क्योंकि कम से कम 12 विशेषज्ञ तो इस में मनोनीत होते ही हैं। आपातकाल लगाने वाले सभी प्रस्ताव जो राष्ट्रपति के सामने जाते हैं, राज्य सभा द्वारा भी पास होने चाहिये। जुलाई 2018 से, राज्यसभा सांसद सदन में 22 भारतीय भाषाओं में भाषण कर सकते हैं क्योंकि ऊपरी सदन में सभी 22 भारतीय भाषाओं में एक साथ व्याख्या की सुविधा है।
In Article 80 Of The Constitution, The Maximum Number Of Members Of The Rajya Sabha Has Been Set To 250, Out Of Which 12 Members Are Nominated By The President And 238 Are From States And Union Territories.  However, The Current Strength Of The Members Of The Rajya Sabha Is 245, Out Of Which 233 Member States And Union Territories Are Representatives Of Delhi And Puducherry And 12 Are Nominated By The President.  The Members Nominated By The President Will Be Such Persons Who Have Special Knowledge Or Practical Experience In Relation To Subjects Like Literature, Science, Art And Social Service.
संविधान के अनुच्छेद 80 में राज्य सभा के सदस्यों की अधिकतम संख्या 250 निर्धारित की गई है, जिनमें से 12 सदस्य राष्ट्रपति द्वारा नामनिर्देशित किए जाते हैं और 238 सदस्य राज्यों के और संघ राज्य क्षेत्रों के प्रतिनिधि होते हैं। तथापि, राज्य सभा के सदस्यों की वर्तमान संख्या 245 है, जिनमें से 233 सदस्य राज्यों और संघ राज्य क्षेत्र दिल्ली तथा पुडुचेरी के प्रतिनिधि हैं और 12 राष्ट्रपति द्वारा नामनिर्देशित हैं। राष्ट्रपति द्वारा नामनिर्देशित किए जाने वाले सदस्य ऐसे व्यक्ति होंगे जिन्हें साहित्य, विज्ञान, कला और समाज सेवा जैसे विषयों के संबंध में विशेष ज्ञान या व्यावहारिक अनुभव है।








This Post Was Last Modified On 26/June/2019 And 11:37am

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