अजमेर-मेरवाड़ा क्षेत्र ब्रिटिश भारत के दौरान एक ब्रिटिश नियंत्रित प्रांत था। अजमेर-मेरवाड़ा का क्षेत्र अंग्रेजों द्वारा 1818 में मराठों से खरीदा गया था। 15 अगस्त 1947 भारत की स्वतंत्रता पर अजमेर-मेरवाड़ा भारत संघ का एक प्रांत बन गया। इसने राजस्थान राज्य के भीतर एक एन्क्लेव बनाया। यह 26 जनवरी 1950 को भारत गणराज्य के भीतर अजमेर राज्य नामक एक (भाग 'सी' राज्य) बना। (भाग 'सी' राज्य) केंद्र सरकार के प्रत्यक्ष शासन के अधीन थे। अजमेर राज्य 1950 से 1956 तक अजमेर के साथ अपनी राजधानी के रूप में भारत के भीतर एक अलग राज्य था। 1956 में जब भारत की राज्य की सीमाओं को पुनर्गठित किया गया। तो यह तत्कालीन राजस्थान राज्य का एक जिला बन गया। 1 नवंबर 1956 को अजमेर राज्य को राजस्थान राज्य में मिला दिया गया था। तत्कालीन जयपुर जिले के किशनगढ़ उप-मंडल को इसमें जोड़कर अजमेर जिला बनाया गया था।
No क्र | Tenure कार्यकाल | Chief Minister मुख्यमंत्री | Party दल |
1 | 24 March 1952 - 31 October 1956 | Hari Bhau Upadhyay हरि भाऊ उपाध्याय | INC भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
पहला चरण - (United States of Matsya) संयुक्त राज्य मत्स्य जिसे (Matsya Union) मत्स्य संघ या (Matsya Sangh) मत्स्य संघ भी कहा जाता है। भारत का एक राज्य था। जिसका गठन 18 मार्च 1948 को चार पूर्ववर्ती रियासतों, अलवर, भरतपुर, धौलपुर और करौली के विलय के बाद हुआ था। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की शोभा राम कुमावत 18 मार्च 1948 से 15 मई 1949 तक राज्य की पहली और आखिरी मुख्यमंत्री थी। धौलपुर के महाराजा उदयसिंह इसके राजप्रमुख बने। 15 मई 1949 को मत्स्य संघ राजस्थान का हिस्सा बना।
No क्र | Tenure कार्यकाल | Chief Minister मुख्यमंत्री | Party दल |
1 | 18 March 1948 - 15 May 1949 राज्य की प्रथम और अंतिम मुख्यमंत्री | Shobha Ram Kumawat शोभा राम कुमावती | INC भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
दूसरा चरण - राजस्थान के एकीकरण का दूसरा चरण 25 मार्च 1948 को स्वतंत्र देशी रियासतों कोटा, बूंदी, झालावाड, टौंक, डूंगरपुर, बांसवाडा, प्रतापगढ, किशनगढ और शाहपुरा को मिलाकर बने राजस्थान संघ के बाद पूरा हुआ। राजस्थान संघ में विलय हुई। रियासतों में कोटा बड़ी रियासत थी। इस कारण इसके तत्कालीन महाराजा महाराव भीमसिंह को राजप्रमुख बनाया गया।
No क्र | Tenure कार्यकाल | Chief Minister मुख्यमंत्री | Party दल |
1 | 25 March 1948 - 18 April 1948 | Gokul Lal Asawa गोकुल लाल असावा | INC भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
तीसरा चरण - राजस्थान के एकीकरण के तीसरे चरण में उदयपुर रियासत का 18 अप्रेल 1948 को राजस्थान संघ में विलय हुआ। और इसका नया नाम हुआ। 'संयुक्त राजस्थान संघ' या संयुक्त राज्य राजस्थान।
No क्र | Tenure कार्यकाल | Chief Minister मुख्यमंत्री | Party दल |
1 | 18 April 1948 - 7 April 1949 | Manikya Lal Verma माणिक्य लाल वर्मा | Independent निर्दलीय |
चौथा चरण - संयुक्त राजस्थान संघ के निर्माण के बाद तत्कालीन भारत सरकार ने अपना ध्यान देशी चार रियासतों जोधपुर, जयपुर, जैसलमेर और बीकानेर पर केन्द्रित किया और इसमें सफलता भी हाथ लगी और इन चारों रियासतो का विलय 30 मार्च 1949 को करवाकर तत्कालीन भारत सरकार ने वृहद राजस्थान संघ का निर्माण किया, जिसका उदघाटन भारत सरकार के तत्कालीन रियासती और गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने किया। बीकानेर रियासत ने सर्वप्रथम भारत में विलय किया। यही 30 मार्च आज राजस्थान की स्थापना का दिन माना जाता है।
No क्र | Tenure कार्यकाल | Prime Minister प्रधानमंत्री | Party दल |
1 | 27 March 1948 - 1949 (जयपुर राज्य में प्रतिनिधि सरकार की स्थापना पर प्रधानमंत्री बने और जब 30 मार्च 1949 को राजस्थान राज्य का गठन हुआ तो वे इसके पहले मुख्यमंत्री बने) | Heeralal Shastri हीरालाल शास्त्री | INC भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
पांचवां चरण - 15 मई 1949 को मत्स्य संध का विलय संयुक्त राज्य ग्रेटर राजस्थान में करने की औपचारिकता भी भारत सरकार ने निभा दी। भारत सरकार ने 18 मार्च 1948 को जब मत्स्य संघ बनाया था। तभी विलय पत्र में लिख दिया गया था। कि बाद में इस संघ का राजस्थान में विलय कर दिया जाएगा। इस कारण भी यह चरण औपचारिकता मात्र माना गया।
छठा चरण - भारत का संविधान लागू होने के दिन 26 जनवरी 1950 को सिरोही रियासत का भी विलय ग्रेटर राजस्थान में कर दिया गया। सिरोही रियासत के एक हिस्से आबू देलवाडा को लेकर विवाद के कारण इस चरण में आबू देलवाडा तहसील को बंबई और शेष रियासत विलय राजस्थान में किया गया।
सातवां चरण - आबू देलवाडा तहसील को राजस्थान के लोग खोना नहीं चाहते थे। क्योंकि इसी तहसील में राजस्थान का कश्मीर कहा जाने वाला आबूपर्वत भी आता था। दूसरे राजस्थानी बच चुके सिरोही वासियों के रिश्तेदार और कईयों की तो जमीन भी दूसरे राज्य में जा चुकी थी। आंदोलन हो रहे थे। आंदोलन कारियों के जायज कारण को भारत सरकार को मानना पड़ा और आबू देलवाडा तहसील का भी राजस्थान में विलय कर दिया गया। इस चरण में कुछ भाग इधर उधर कर भौगोलिक और सामाजिक त्रुटि को भी सुधारा गया। इसके तहत मध्यप्रदेश में शामिल हो चुके सुनेल थापा क्षेत्र को राजस्थान में मिलाया गया और झालावाड जिले के उप जिला सिरनौज को मध्यप्रदेश को दे दिया गया। इसी के साथ आज से राजस्थान का निर्माण या एकीकरण पूरा हुआ। जो राजस्थान के इतिहास का एक अति महत्ती कार्य था। 1 नवंबर 1956 को राजप्रमुख का पद समाप्त कर राज्यपाल का पद सृजित किया गया था।
राजस्थान राज्य का गठन 30 मार्च 1949 को हुआ था जब राजपूताना इस क्षेत्र में अपनी निर्भरता के लिए ब्रिटिश राज द्वारा अपनाया गए नाम को भारत के डोमिनियन में मिला दिया गया था। पहली राजस्थान विधानसभा (1952 - 1957) का उद्घाटन 31 मार्च 1952 को हुआ था। इसमें 160 सदस्यों की संख्या थी। 1956 में राजस्थान के साथ तत्कालीन अजमेर राज्य के विलय के बाद ताकत बढ़ाकर 190 कर दी गई। दूसरी (1957 – 1962) और तीसरी (1962 – 1967) विधानसभाओं की संख्या 176 थी। चौथी (1967 – 1972) और पांचवीं (1972 - 1977) विधान सभा में 184 सदस्य थे। छठी (1977 - 1980) विधान सभा के बाद से ताकत 200 हो गई।
No क्र | Tenure कार्यकाल | Chief Minister मुख्यमंत्री | Party दल |
1 | 7 April 1949 - 5 January 1951 (इस्तीफा दे दिया) (पूर्व वृहद राजस्थान के प्रधानमंत्री) | Heeralal Shastri हीरालाल शास्त्री | INC भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
2 | 6 January 1951 - 25 April 1951 (अक्टूबर 1948 में जोधपुर राज्य के दीवान और बीकानेर राज्य के प्रधान मंत्री बने) | Cadambi Sheshachar Venkatachar कदंबी शेषाचार वेंकटचारी | INC भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
3 | 26 April 1951 - 3 March 1952 1st Time (3 मार्च 1948 को जोधपुर राज्य के प्रधान मंत्री बने 7 अप्रैल 1949 को अपना कार्यालय त्याग दिया) | Jai Narayan Vyas जय नारायण व्यास | INC भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
4 | 3 March 1952 - 31 October 1952 (राजस्थान विधान सभा के चुनाव 29 फरवरी 1952 को हुए थे पहली लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई राजस्थान विधान सभा) | Tika Ram Paliwal टीका राम पालीवाल | INC भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
(3) | 1 November 1952 - 12 November 1954 2nd Time (3 मार्च 1948 को जोधपुर राज्य के प्रधान मंत्री बने। 7 अप्रैल 1949 को अपना कार्यालय त्याग दिया) | Jai Narayan Vyas जय नारायण व्यास | INC भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
5 | 13 November 1954 - 11 April 1957 1st Time | Mohan Lal Sukhadia मोहन लाल सुखाड़िया | INC भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
(5) | 11 April 1957 - 11 March 1962 2nd Time | Mohan Lal Sukhadia मोहन लाल सुखाड़िया | INC भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
(5) | 12 March 1962 - 13 March 1967 3rd Time | Mohan Lal Sukhadia मोहन लाल सुखाड़िया | INC भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
1st Time | 13 March 1967 - 26 April 1967 | President's Rule राष्ट्रपति शासन |
(5) | 26 April 1967 - 9 July 1971 4th Time | Mohan Lal Sukhadia मोहन लाल सुखाड़िया | INC भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
6 | 9 July 1971 - 11 October 1973 (पद पर रहते मृत्यु) | Barkatullah Khan बरकतुल्लाह खान | INC भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
7 | 11 October 1973 - 29 April 1977 1st Time | Hari Dev Joshi हरि देव जोशी | INC भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
2nd Time | 29 April 1977 - 22 June 1977 | President's Rule राष्ट्रपति शासन |
8 | 22 June 1977 - 16 February 1980 1st Time (सरकार को इंदिरा गांधी ने 1980 में बर्खास्त कर दिया) | Bhiaron Singh Shekhawat भैरों सिंह शेखावत | JP जनता पार्टी (पूर्व पार्टी) |
3rd Time | 16 February 1980 - 6 June 1980 | President's Rule राष्ट्रपति शासन |
9 | 6 June 1980 -13 July 1981 | Jagannath Pahadia जगन्नाथ पहाड़िया | INC भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
10 | 14 July 1981 - 23 February 1985 1st Time (इस्तीफा दिया) | Shiv Charan Mathur शिव चरण माथुर | INC भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
11 | 23 February 1985 - 10 March 1985 | Hira Lal Devpura हीरा लाल देवपुरा | INC भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
(7) | 10 March 1985 - 20 January 1988 2nd Time | Hari Dev Joshi हरि देव जोशी | INC भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
(10) | 20 January 1988 - 4 December 1989 2nd Time | Shiv Charan Mathur शिव चरण माथुर | INC भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
(7) | 4 December 1989 - 4 March 1990 3rd Time | Hari Dev Joshi हरि देव जोशी | INC भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
(8) | 4 March 1990 - 15 December 1992 2nd Time (सरकार को बर्खास्त कर दिया गया और राष्ट्रपति शासन लगा) | Bhiaron Singh Shekhawat भैरों सिंह शेखावत | BJP भारतीय जनता पार्टी |
4th Time | 15 December 1992 - 4 December 1993 | President's Rule राष्ट्रपति शासन |
(8) | 4 December 1993 - 29 November 1998 3rd Time | Bhiaron Singh Shekhawat भैरों सिंह शेखावत | BJP भारतीय जनता पार्टी |
12 | 1 December 1998 - 8 December 2003 1st Time | Ashok Gehlot अशोक गहलोत | INC भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
13 | 8 December 2003 - 11 December 2008 1st Time | Vasundhara Raje Scindia वसुंधरा राजे सिंधिया | BJP भारतीय जनता पार्टी |
(12) | 12 December 2008 - 13 December 2013 2nd Time | Ashok Gehlot अशोक गहलोत | INC भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
(13) | 13 December 2013 - 16 December 2018 2nd Time | Vasundhara Raje Scindia वसुंधरा राजे सिंधिया | BJP भारतीय जनता पार्टी |
(12) | 17 December 2018 - 3 December 2023 3rd Time (3 दिसम्बर को राज्यपाल द्वारा इस्तीफा स्वीकार, नई सरकार गठित होने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहे) | Ashok Gehlot अशोक गहलोत | INC भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
14 | 15 December 2023 - Incumbent | Bhajan Lal Sharma भजन लाल शर्मा | BJP भारतीय जनता पार्टी |
This Post Was Last Modified On 7 January 2024 & 9:57 PM
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